रहे थे। बॉब विलिस की यॉर्कर जैसी गेंद पर लेग साइड में जमाया उनका छक्का आज भी क्रिकेट इतिहास के यादगार शॉट्स में शुमार है।
कभी शून्य पर आउट नहीं हुए यशपाल
यशपाल शर्मा न केवल पूरे मन से खेलते थे बल्कि वह वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी थे। अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में कभी शून्य पर पवेलियन नहीं लौटने का अनोखा रिकॉर्ड कायम किया था।
अभिनेता दिलीप कुमार भी करते थे यशपाल को पसंद
क्रिकेटर यशपाल को दिवंगत अदाकार दिलीप कुमार भी पसंद करते थे तथा यशपाल भी दिलीप कुमार का बहुत सम्मान करते थे। दिलीप कुमार ने उनकी प्रतिभा को पहचाना तथा उन्हें अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलने की भी प्रेरणा दी। इसके बाद यशपाल ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और वह आगे ही बढ़ते रहे।
रिटायर होकर भी क्रिकेट से जुड़े रहे यशपाल शर्मा
भारत के मीडिल ऑर्डर की रीढ़ रहे यशपाल शर्मा का लगभग पूरा जीवन क्रिकेट को समर्पित रहा। क्रिकेट से रिटायर होकर भी वो इस खेल से जुड़े रहे। यशपाल शर्मा ने अपना हाथ कुछ वक्त तक अंपायरिंग में भी जमाया। यशपाल शर्मा भारतीय टीम के राष्ट्रीय चयन कर्ता भी बने रहे। साथ ही वो टीम इंडिया के नेशनल सेलेक्टर भी बने। उनका पहला फेज सेलेक्टर की भूमिका में 2003 से दिसंबर 2005 तक का रहा। इसके बाद 2008 में इस रोल में उनकी दोबारा से वापसी हुई। बतौर सेलेक्टर उन्होंने भारतीय क्रिकेट से जुड़े कई अहम फैसलों में अपना योगदान दिया। जिसमें सौरव गांगुली बनाम ग्रेग चैपल विवाद भी शामिल है। टीम इंडिया के सेलेक्टर बनने के साथ ही उन्होंने कुछ वक्त तक अंपायरिंग भी की।
निधन की खबर ने रूला दिया कपिल देव को
यशपाल शर्मा के साथी उनके निधन से बेहद दुखी थे। उनके मित्र और पूर्व कप्तान कपिल देव रो पड़े और उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते ही उनकी यशपाल शर्मा से मुलाकात हुई थी। कपिल देव ने कहा, “मुझे तो अभी भी लग रहा है कि ये सच नहीं है। समझ ही नहीं आ रहा मुझे, अभी हम पिछले हफ्ते मिले थे और बहुत ही अच्छे सेहत में थे। भगवान की जो मर्जी हो, उससे हम लड़ नहीं सकते। हां भगवान को आज पूछेंगे जरूर कि ऐसा मत करो”। यशपाल शर्मा का भारतीय क्रिकेट में काफी योगदान रहा। मिडिल ऑर्डर में उनकी मजबूत बल्लेबाजी की वजह से एक बार सुनील गावस्कर ने उन्हें टीम इंडिया का क्राइसिस मैन कहा था। उनके जाने से क्रिकेट जगत को नुक़सान हुआ है।